Monday, October 6, 2008

मुझे भी यह किताब बोहुत पसंद है, लेकिन बोहुत समय मैं में नहीं पड़ी हूँ । जो संदेश इस किताब मैं हैं, मैं समाज सकती हूँ। मुझे लगती है की लोगों को इस किताब पड़नी चाहिए।